दिव्य कान्ति लेप फायदे तथा प्रयोग करने की विधि || Patanjali Kanti Lep In Hindi
दिव्य कान्ति लेप के फायदे तथा प्रयोग करने की विधि
दोस्तों में आज आपको इस ब्लॉग में बताने जा रहा हूं Patanjali Kanti Lep In Hindi के बारे में , तो आइए नीचे हम जानते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी
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पतंजलि कान्ति लेप |
मुख्य घटक :-
➤मेहंदी बीज (पात्र ), ➤आमाहल्दी , ➤हल्दी ,➤मन्जिष्ट , ➤जायफल , ➤सफ़ेद चन्दन , ➤सुगन्धबाला , ➤स्फटिक भस्म , ➤समुन्दरफेन , ➤कत्था , ➤कपूर आदि |
मुख्य गुण तथा फायदे: –
- यह लेप त्वचा पर आई हुई सभी समस्याओ जैसे – कील मुहासे ,चेहरे पर झुर्रियों का पड़ना, कांतिहीनता , कालापन आदि विकारों में लाभकारी है।
- इसका चेहरे पर निरंतर लेप करने पर यह लेप तव्चा पर सभी विकारों को अवशोषित कर लेता है, जिससे रोग ग्रस्त त्वचा पुनः स्वस्थ हो जाती है।
- चेहरे का प्राकृतिक सौंदर्य फिर से निखरता है और मुख पर ओज, तेज कान्ति आ जाती हैं।
प्रयोग करने की विधि तथा मात्रा –
- लगभग एक चम्मच पाउडर लेकर गुलाब जल, पानी या कच्चा दूध लेप बना ले। इस लेप को चेहरे पर 3-4 घंटे तक लगा कर रखें, बाद में हल्के गर्म पानी से चेहरे को धो लें।